RESEARCH
जो किशोर कभी भी रोमांटिक रिश्ते में नहीं रहे उनमें सामाजिक कौशल और संवाद की बेहतर समझ होती है। जो टीनएजर लंबे समय से डेट कर रहे थे उनमें डिप्रेशन ज्यादा दिखा।
आज छोटे बच्चों के हाथ में मोबाइल और इंटरनेट आ जाने से वे समय से पहले ही बड़े हो रहे हैं अपनी हर बात का फैसला खुद करना उन्हें इतना भाता है कि वे किसी और की दखलअंदाजी बर्दाश्त ही नहीं करते हैं सोशल मीडिया और तरह-तरह के डेटिंग ऐप की वजह से किशोर उम्र के बच्चे भी रोमांटिक रिश्ते में रहते हैं। हमें इसके परिणामों को सोचे-समझे बिना दिन-रात अपने पार्टनर के बारे में ही सोचना पसंद करते हैं।
हालांकि कई मामलों में ऐसा भी होता है कि उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ता है। एक शोध में सामने आया कि जो बच्चे किसी रोमांटिक रिश्ते. में नहीं रहते, उनमें तनाव और अवसाद की समस्या कम देखी गई है। वे अपनी ऊर्जा किसी रचनात्मक कार्य में लगाना ज्यादा पसंद करते हैं। जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में हुए इस शोध के नतीजों के अनुसार जो किशोर कभी भी रोमांटिक रिश्ते में नहीं रहे उनमें सामाजिक कौशल और संवाद की बेहतर समझ होती है।
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